10 हजार लोगों की हुंकार, ‘या तो समाधान, या आंदोलन
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का ऐलान – 24 जून को थमेगी रफ्तार, थरथराएगा सिस्टम
रायगढ़@दीपक शोभवानी -
अदानी की कोल परियोजना के खिलाफ ज़मीन से उठती आवाज़ अब सीधे लोहे की पटरियों तक पहुँच गई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) ने 24 जून को साल्ही में रेल रोको आंदोलन की हुंकार भर दी है। पार्टी कह रही है – “अब बहुत हो चुका, अब सिर्फ बात नहीं, कार्रवाई होगी।”
इस आंदोलन की कमान GGP युवा मोर्चा की तेजतर्रार प्रदेश महासचिव सुश्री रितु पन्दराम संभालेंगी। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम ने प्रेस से बातचीत में चेतावनी दी है – “अगर प्रशासन ने आंख मूंदे रखी, तो कार्यकर्ता पटरियां उखाड़ने से नहीं हिचकिचाएंगे।”
‘सिस्टम बहरा है, तो हमें शोर मचाना ही होगा’
GGP के अनुसार, अदानी की पीसीबी कोल परियोजना ने न केवल स्थानीय लोगों की ज़मीन छीनी है, बल्कि उनके सपनों को भी मलबे में दबा दिया है। रोजगार के नाम पर वादाखिलाफी, विस्थापन का दर्द और मुआवजे की अनदेखी – इन सबने गुस्से को उबाल पर पहुंचा दिया है।
शनिवार शाम ग्राम हरिहरपुर में देर रात तक चली बैठक में कार्यकर्ताओं ने आंदोलन की रणनीति बनाई। वहाँ का माहौल एक मिशन जैसा था – बैनर बने, जिम्मेदारियां बांटी गईं और तय हुआ कि “इस बार आवाज़ ऐसी होगी कि दिल्ली तक सुनी जाएगी।”
'10 हज़ार नहीं, तोड़ देंगे सन्नाटा’
पार्टी का दावा है कि इस विरोध में 10,000 से ज्यादा लोग शामिल होंगे। हरिहरपुर से लेकर साल्ही तक – गाँव-गाँव में संदेश भेजा जा रहा है कि 24 जून को कोई घर में नहीं बैठेगा। “अब नहीं रुकेगा, ये आंदोलन नहीं आग है,” – एक कार्यकर्ता की यह बात सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
प्रशासन खामोश, जनता तैयार
अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रशासनिक गलियारों में हलचल जरूर तेज हो गई है। उधर, साल्ही के ग्रामीणों का कहना है – "अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी, तो हम पटरी पर बैठकर देश को बताएंगे कि विकास किस कीमत पर नहीं चाहिए।"
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