विघ्नहर्ता की कृपा के साथ NHM कर्मचारियों का संकल्प: एकता और न्याय की हुंकार

नियमितीकरण और 10 सूत्रीय मांगों के लिए अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन जारी, आज दसवां दिन "मोदी की गारंटी" के नारे गूंजे

रायगढ़, छत्तीसगढ़ : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों, जिसमें नियमितीकरण, ग्रेड पे, और 27% लंबित वेतन वृद्धि शामिल हैं, को लेकर 18 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। आज धरना स्थल पर कर्मचारियों ने विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा-अर्चना के साथ संकल्प शपथ पत्र पढ़ा, जिसमें उन्होंने एकजुट होकर अपने अधिकारों और सम्मान के लिए संघर्ष करने की शपथ ली। 



संकल्प शपथ पत्र के प्रमुख बिंदु:
1. कर्मचारी संगठित रूप से अपने अधिकारों, सम्मान और भविष्य की सुरक्षा के लिए संघर्ष करेंगे।  
2. अनुचित नौकरी समाप्ति, मानसिक दबाव या धमकी के खिलाफ कानूनी और लोकतांत्रिक तरीकों से मुकाबला किया जाएगा।  
3. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ की एकता और नेतृत्व में पूर्ण विश्वास रखते हुए हर परिस्थिति में साथ निभाएंगे।  
4. किसी भी प्रकार का अन्याय, उत्पीड़न या भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।  
5. सहकर्मियों के साथ एकजुटता बनाए रखेंगे और उन्हें अनुचित कार्यवाही से न डरने के लिए प्रेरित करेंगे।  
6. आवश्यकता पड़ने पर न्यायालय, प्रशासन, मीडिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी बात उठाई जाएगी। 



कर्मचारियों ने तख्तियों, बैनरों और "मोदी की गारंटी" के नारों के साथ सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया। कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष शकुंतला एक्का ने कहा, "हमारी मांगें जायज हैं। जुलाई 2023 में रायपुर में उप मुख्यमंत्री अरुण साव और अन्य नेताओं ने नियमितीकरण का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। सरकार का यह रवैया कर्मचारियों के साथ धोखा है।"  

इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण उप स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाएँ पूरी तरह ठप हो चुकी हैं। रात्रिकालीन प्रसव सेवाएँ, ऑपरेशन थिएटर, SNCU, ब्लड बैंक और लैब सेवाएँ बंद होने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं के ठप होने की जिम्मेदारी उनकी नहीं, बल्कि सरकार के अड़ियल रवैये की है। 

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