राजधानी में पुलिसिंग व्यवस्था सवालों के घेरे में: क्लासिक सिटी में 20 लाख की चोरी, सूचना देने के घंटों बाद पहुंची पुलिस

रायपुर। एक तरफ प्रदेश सरकार 'कानून के राज' और 'सुशासन' के दावे कर रही है, वहीं राजधानी रायपुर में लगातार हो रही चोरियों ने इन दावों की पोल खोल दी है। विधानसभा थाना क्षेत्र के परसूलीडीह स्थित क्लासिक सिटी सोसाइटी में एक बार फिर चोरों ने बड़ा हाथ साफ कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीड्स व्यवसायी मनीष सहगल के घर में रविवार की रात 20 लाख रुपये के सोने, चांदी और हीरे के जेवरात की चोरी हो गई। वारदात उस समय हुई जब कारोबारी ओडिशा और परिवार रामानुजगंज गया हुआ था। चोरों ने बड़ी चालाकी से गेट काटकर, कुंडी और ताले तोड़कर दो कमरों की अलमारियों के लॉकर तोड़े और कीमती सामान लेकर फरार हो गए।

चोरी की जानकारी सुबह पड़ोसी को उस समय लगी जब उन्होंने मकान का गेट खुला देखा। शक होने पर उन्होंने तत्काल मनीष सहगल को सूचना दी, जिन्होंने 112 और थाने को बार-बार फोन कर जानकारी दी, लेकिन पुलिस घंटों तक नहीं पहुंची। 112 से यह कह दिया गया कि "यह हमारा मामला नहीं है", वहीं थाना स्टाफ ने जवाब दिया कि "जिसके यहां चोरी हुई है, वही आएगा तो कार्रवाई होगी।"

परेशान सहगल ने जब कुछ प्रभावशाली लोगों से संपर्क किया, तब दोपहर करीब दो से तीन बजे के बीच पुलिस मौके पर पहुंची। सवाल ये उठता है कि क्या अब राजधानी में शिकायत पर पुलिस कार्रवाई प्रभावशाली लोगों की सिफारिश पर होगी?

गौरतलब है कि इसी क्लासिक सिटी कॉलोनी में पूर्व में भी 6 से 7 चोरियों की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनका आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। यहां तक कि जब्ती किए गए सामान को पाने के लिए पीड़ित एक साल से लगातार थाने के चक्कर काट रहे हैं।

यह घटना राजधानी पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। जब सूबे की राजधानी में ऐसी स्थिति है, तो ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में कानून व्यवस्था की क्या हालत होगी, यह आसानी से समझा जा सकता है।

Post a Comment

Previous Post Next Post